What is the Grain Direction of the Paper?
The direction in which the paper fibers are aligned is the grain direction of the paper.
Why Paper Grain is so Important?
When the fibers are aligned along the longer side of the paper, it is called long-grain, and when the fibers are aligned along the shorter side of the paper, it is called short-grain.
Long Grain & Short Grain
11”×17” Long Grain (fibers run in the 17” direction)
11”×17”
How to Determine Grain Direction?
Just as wood has a grain direction, the paper also has a grain direction. If we stick the paper to the gum in the wrong grain direction, then its results will not be good. We understand how to find the correct grain direction of the paper.
Folding Test - When we fold a small sheet of paper in the direction (parallel) to the
grain, the paper folds very smoothly. If we fold the paper in the opposite direction of the grain, then it does not fold smoothly and the small fiber particles in the paper are broken.
grain, the paper folds very smoothly. If we fold the paper in the opposite direction of the grain, then it does not fold smoothly and the small fiber particles in the paper are broken.
Moisture Test - By this test also we can find out the grain direction of the paper. When we moisten one side of the paper with water, the paper immediately starts to curl in one direction. The curl of the paper tells its grain direction on which side it curls.
Bending Test - By this test also we can find out the grain direction of the paper. If the paper is thick, then you can find out by folding it in both directions. If we fold the paper in the direction of the grain (parallel), then there is less resistance in folding the paper. If we fold the paper in the opposite direction of the grain, it gives more resistance.
Tearing Test - We can also find out the grain direction by tearing the paper. If we tear the paper in the direction of the grain (parallel) then the paper is torn straight and, if we tear the paper against the direction of the grain, then The paper explodes zig zag.
ग्रेन की दिशा कैसे निर्धारित करें
जैसे की लकड़ी का ग्रेन दिशा होता है उसी तरह कागज में भी ग्रेन दिशा होती है। अगर हम कागज़ को गलत ग्रेन दिशा में गम से चिपकते हैं तो उसके रिजल्ट ठीक नहीं आएंगे। हम कागज़ की सही ग्रेन दिशा का कैसे पता लगाएंगे, उसको समझते हैं।
फोल्डिंग टेस्ट - जब हम कागज की एक छोटी शीट को ग्रेन की दिशा (समानांतर) में मोड़ते हैं तो पेपर बहुत ही स्मूथली फोल्ड हो जाता है। अगर हम पेपर को ग्रेन की विपरीत दिशा में फोल्ड करते हैं तो वो स्मूथली फोल्ड नहीं होता है और पेपर में जो स्माल फाइबर के कण होते हैं वो टूट जाते हैं।
नमी परीक्षण - इस टेस्ट से भी हम पेपर की ग्रेन दिशा का पता लगा सकते हैं। जब हम पेपर के एक ओर पानी से गिला करते हैं तो पेपर एक दिशा में तुरंत कर्ल होना शुरू हो जाता है । पेपर का कर्ल होना उसकी ग्रेन दिशा को बताता है जिस साइड वो कर्ल होता है ।
बेंडिंग टेस्ट - इस टेस्ट से भी हम पेपर की ग्रेन दिशा का पता लगा सकते हैं। अगर पेपर मोटा होता है तो उसे दोनों दिशा में फोल्ड कर के पता लगा सकते है। ग्रेन की दिशा में (समानांतर)अगर हम पेपर को फोल्ड करते हे तो पेपर को फोल्ड करने मे रेसिस्टेन्स कम होती है। अगर हम पेपर को ग्रेन की विपरीत दिशा में फोल्ड करते है तो अधिक रेसिस्टेन्स प्रदान करती है
टियरिंग टेस्ट - पेपर को टेअर कर के भी हम ग्रेन दिशा का पता लगा सकते हैं।यदि हम पेपर को ग्रेन की दिशा (पैरेलल) में फाड़ते हैं तो पेपर सीधा फटता है और, यदि हम पेपर को ग्रेन की दिशा के उल्टा फाड़ते हैं तो पेपर जिग जैग फटता है।
THE LONG & SHORT GRAIN CONCEPT IS NOT PERFECT
Most people call the grain direction in the paper as short and long grain, but there is confusion in this. So let us see how this confusion happens, we understand it with 1 example:-
We have paper, its size is 22 x 28. When we write the size of the paper in this way, it means that the second size is 28, it tells the grain direction. This system is not only in our India, it is the system of the whole world that whatever is the second size, it is the grain direction. In this example, 22x28 size has a 28-grain direction. The 22x28 size has 28 long sides of the paper, hence it is called long grain. Now on the other hand if we cut this paper into 22 x 14 then the grain is on the 14 sides. 14 in 22 x 14 size paper is the smaller size of the paper, so this paper is a short grain.
Due to this reason, we should not call the paper as short or long grain. We have to take the same grain in the size in which the grain is mentioned as mentioned in the example.
अधिकतर लोग पेपर में ग्रेन डायरेक्शन को शार्ट और लॉन्ग ग्रेन कहतें हैं , परन्तु इसमें कन्फूशन है। तो हम देखते हे ये कन्फूशन कैसे होता है , इसको हम १ उदाहरण से समझते हैं :-
हमारे पास पेपर है उसका साइज है 22x28। जब हम इस तरहे से पेपर का साइज लिखते हे तो इसका मतलब होता है जो सेकंड साइज है 28 ये ग्रेन डायरेक्शन को बताता है। ये सिस्टम हमारे भारत में ही नहीं ये पूरी दिनिया का सिस्टम है की जो दूसरा साइज होता हे वो ही ग्रेन डायरेक्शन होता है। इस उदहारण में 22x28 साइज में 28 ग्रेन दिशा होती है। 22x 28 साइज में 28 पेपर की लम्बी साइड है इसलिए इसे लॉन्ग ग्रेन कहते हैं। अब दूसरी ओर अगर इस पेपर को हम 22x14 में काटते हैं तो ग्रेन 14 की ओर होता है। 22x14 साइज के पेपर में 14, पेपर की छोटा साइज है , इस लिए ये पेपर शार्ट ग्रेन है। इसी रीज़न से हमें पेपर को शार्ट या लॉन्ग ग्रेन नहीं बोलना चाइये। हमें जिस साइज में ग्रेन मेंशन होता हे वो ही ग्रेन लेना होगा जैसे की उदहारण में बताया हे।
What is the effect of grain in a corrugated paper for a corrugated box?
Every paper you see in the box will have a different grain of corrugated paper. The grain of corrugated paper has horizontal and vertical directions. When we make the design of the box, then we choose the direction of the flute in the corrugated paper properly, then our box will be perfect in every way and it will have more weight-bearing strength. If we don't choose the direction of the flute properly, the strength of our box will not be good.
नालीदार डिब्बे के लिए नालीदार कागज में ग्रेन का क्या प्रभाव है?
आप जितने भी पेपर बॉक्स में देखेंगे, करुगेटेड पेपर की ग्रेन अलग होगी। करुगाटेड पेपर का ग्रेन में हॉरिजॉन्टल और वर्टीकल दिशाएं होतीं हैं। जब हम बॉक्स का डिज़ाइन बनाते हे तो उसके लिए हम नालीदार पेपर में फ्लूट की दिशा को ठीक प्रकार से चुनते हैं तो हमारा बॉक्स हर प्रकार से उत्तम होगा और उसमें वजन सहने की ताकत अधिक होगी। यदि हम फ्लूट की दिशा को ठीक प्रकार से नहीं चुनते, तो हमारे बॉक्स की ताकत अच्छी नहीं होगी।
जब हम कार्टन को एक दूसरे के ऊपर स्टैक करते हैं तो बॉक्स का प्रेशर प्लेन(जमीन) के परपेंडिकुलर होता है। इसीलिए करुगाटेड बॉक्स में फ्लूट की डायरेक्शन वर्टिकल होनी चाहिए, अगर बॉक्स की स्ट्रेंथ स्ट्रांग चाहिए।
We also have products that have more length and less width, that's why we have to design the box in this way in which the width of the box is less and the length is more, and the box is also thin. So we need to make the grain in the paper horizontal and the flute vertical to get more box strength.
1 Comments
Keep it up.excellent
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